केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि हस्तशिल्प उद्योग लगभग 50 हजार करोड़ रुपये का निर्यात करता है और जल्द ही इसके एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। आज नई दिल्ली में ‘क्राफ्टेड फॉर द फ्यूचर’ कार्यक्रम के तीसरे संस्करण का उद्घाटन करते हुए उन्होंने यह बात कही। श्री सिंह ने कहा कि आज के युवा पारंपरिक शिल्प को समझते हैं और ऐसे समकालीन उत्पाद तैयार कर रहे हैं जो वैश्विक स्तर पर प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने ‘हब एंड स्कोप’ मॉडल के अंतर्गत एक सौ कारीगरों के साथ साझेदारी की है ताकि हस्तशिल्प उत्पादों का विश्व भर में निर्यात किया जा सके।
इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र के स्थानिक समन्वयक कार्यालय की प्रमुख राधिका कौल बत्रा ने कारीगरों की असाधारण प्रतिभा की सराहना की। उन्होंने कहा कि यूनेस्को वैश्विक स्तर पर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है।