भारत के विकास पथ में वर्ष 2025 एक निर्णायक मोड़ साबित हुआ। इस वर्ष अर्थव्यवस्था में मजबूती, रोजगार की बेहतर स्थिति, मुद्रास्फीति में कमी और निर्यात में स्थिरता देखने को मिली। इस दौरान भारत जापान को पीछे छोड़ते हुए विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश के सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी में 8.2% की वृद्धि दर्ज की गई। इसका मुख्य कारण मजबूत घरेलू मांग थी। नवंबर 2025 में बेरोजगारी दर घटकर 4.7% हो गई। इसकी मुख्य वजह महिलाओं की बेरोजगारी दर में आई भारी गिरावट थी। व्यापारिक निर्यात में भी सकारात्मक गति देखी गई।
निर्यात नवंबर 2025 में बढ़कर 38 अरब डॉलर से अधिक हो गया। जो इस वर्ष जनवरी में 36 अरब डॉलर से अधिक था। 2025 में ब्रिटेन, ओमान और न्यूजीलैंड के साथ व्यापारिक साझेदारी को मजबूत करके भारत ने वैश्विक निर्यात में अपनी उपस्थिति बढ़ाई और उभरते बाजारों तक अपनी पहुंच को बेहतर बनाया।
सतत अंतरराष्ट्रीय विश्वास, मजबूत घरेलू मांग, घटती बेरोजगारी और कम होती मुद्रास्फीति ने देश को 2047 के विकास लक्ष्यों की ओर स्थायी रूप से आगे बढ़ने के लिए अच्छी स्थिति में ला दिया है।