वर्तमान वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह में 18 दशमलव सात-चार प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त मंत्रालय के अनुसार कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 22 लाख 27 हजार करोड़ रुपये से अधिक रहा। वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में प्रत्यक्ष कर संग्रह 18 लाख 75 हजार करोड़ रुपये था।
इसमें निगम कर, व्यक्तिगत आयकर और प्रतिभूति लेनदेन कर शामिल हैं।
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 3 लाख 36 हजार 808 करोड़ रुपये के रिफंड भी जारी किए गए हैं। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जारी किए गए रिफंड की तुलना में 12 दशमलव सात चार प्रतिशत अधिक है।