जून 7, 2024 4:48 अपराह्न

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प्रख्यात वन्यजीव जीवविज्ञानी ए.जे.टी.जॉनसिंह का बीमारी के बाद बेंगलुरु में निधन

 

    प्रख्यात वन्यजीव जीवविज्ञानी और वन्यजीव संरक्षण के अग्रदूतों में से एक ए.जे.टी.जॉनसिंह का  बीमारी के बाद आज बेंगलुरु में निधन हो गया। वे 78 वर्ष के थे। उनके परिवार ने बताया कि उन्हें पश्चिमी घाट के डोनावुर में दफनाया जाएगा।

       जॉनसिंह ने 1970 के दशक की शुरुआत में शिवकाशी में प्राणीशास्त्र व्याख्याता के रूप में अपना करियर शुरू किया। जंगलों की उनकी लगातार यात्रा ने उन्हें वन्यजीव अध्ययन में पीएचडी करने के लिए प्रेरित किया। 1980 के दशक की शुरुआत में हाथियों पर उनका अग्रणी कार्य भारत सरकार के लिए प्रोजेक्ट एलिफेंट तैयार करने में सहायक था। उन्होंने दुनिया भर के हाथी विशेषज्ञों को मुधुमलाई वन्यजीव अभयारण्य में लाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित किया। वे बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी, कॉर्बेट फाउंडेशन और नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन, मैसूर से जुड़े थे। श्री जॉनसिंह राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड और बाघ संरक्षण प्राधिकरण के सदस्य भी थे। उन्हें अपने कार्य के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्‍तर पर कई पुरस्कार मिले।