वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर आज लखनऊ में संयुक्त संसदीय समिति -जेपीसी की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विधेयक के संबंध में मुसलमान धार्मिक नेता और संगठनों से सुझाव और आपत्तियां मांगी गई।
बैठक के बाद जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने संवाददाताओं को बताया कि यह कानून बेहतरी के लिए लाया गया है। इससे पहले, ऐसी ही बैठकें विभिन्न राज्यों में आयोजित की गई है। श्री पाल ने बताया कि समिति अपनी रिपोर्ट बजट सत्र में पेश कर देगी। केंद्र सरकार ने मूल कानून में 44 संशोधन पेश किए हैं। समिति के सदस्य कल तक अपने विचार प्रस्तुत कर सकते हैं।
समिति ने आज की चर्चा में मंत्री दानिश आजाद अंसारी और ओ पी राजभर तथा शिया-सुन्नी केंद्रीय वक्फ बोर्ड से भी विचार-विमर्श किया। बैठक में श्री पाल के अलावा सदस्य असादुद्दीन औवेसी समेत ग्यारह सदस्य उपस्थित रहें। बैठक में शिया-सुन्नी केंद्रीय वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अली जैदी, मौलाना खालिद राशिद फरंगी महल, मौलाना सुफीयान निजामी तथा जमात-ए-इस्लामी और मिल्ली परिषद के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।