लोक आस्था के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान कल नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। व्रती पहले दिन अरवा चावल, चना दाल और कद्दू की सब्जी बनाकर उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करेंगे । परसो खरना का अनुष्ठान होगा जबकि पहला और अस्ताचलगामी अर्घ्य सात नवंबर को होगा । दूसरा और उषा कालीन अर्घ्य आठ नवंबर को होगा ।
छठ को लेकर राजधानी पटना समेत प्रदेशभर में उत्सव का माहौल है। छठ को लेकर बाजारों में काफी चहल पहल देखी जा रही है । पूजा में उपयोग में आने वाली सामग्रियों से बाजार पटने हुए हैं । जिला मुख्यालयों से हमारे संवाददाताओं ने बताया कि छठ घाटों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। घाटों की साफ-सफाई के साथ-साथ रौशनी के प्रबंध किए जा रहे हैं ।
छठ घाटों पर शौचालय, चेंजिंग रूम, स्वच्छ पेय जल और स्वास्थ्य सुविधा समेत अन्य नागरिक सुविधाओं की भी व्यवस्था की जा रही है। जिला प्रशासन की ओर से छठ घाटों पर सुरक्षा बलों की भी प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की भी तैनाती की गई है।
पटना में एक सौ दो गंगा घाटों के अलावा तिरेसठ तालाबों और पैंतालीस पार्कों में अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई है। इधर, पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने आज पटना के विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन की ओर से व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं।