लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में बाराबंकी सीट के लिये आगामी 20 मई को मतदान होगा। यह संसदीय क्षेत्र समाजवादियों के गढ़ के रूप में जाना जाती रही है लेकिन मोदी मैजिक के चलते 2014 से यहाँ लगातार भारतीय जनता पार्टी का क़ब्ज़ा है। यहाँ के चुनावी परिदृश्य पर एक नज़र..
70 के दशक में हुए परिसीमन के बाद ये सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित कर दी गई उसके बावजूद यहाँ ज़्यादातर जनता पार्टी या समाजवादी पार्टी का ही क़ब्ज़ा रहा। 2014 से शुरू हुए मोदी मैजिक के बाद सपा का किला ढह गया और पहले प्रियंका सिंह रावत और फिर 2019 में भाजपा के उपेंद्र सिंह रावत यह के सांसद चुने गए। भाजपा ने इस बार यहाँ से जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत को टिकट दिया है। उनके समर्थन में आगामी 17 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाराबंकी में जनसभा को संबोधित करने आ रहे है जिससे निसंदेह चुनावी माहौल और ऊंचाइयों पे पहुंच जाएगा। जहां भारतीय जनता पार्टी राजरानी रावत की जीत के साथ हैट्रिक लगाना चाह रही है तो वही इंडिया गठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया ज़ोरदार दावेदारी पेश कर रहे है सपा के पूर्व मंत्री व राष्ट्रीय सचिव अरविंद सिंह गोप के नेतृत्व में सपाइयों के मिल रहे जबरदस्त सहयोग से तनुज पुनिया का चुनाव भी दिलचस्प हो गया है। बसपा ने इस बार बाहरी प्रत्याशी शिव कुमार दोहरे पर अपना दांव लगाया है। इस बार कुल मतदाता 23 लाख 37 हज़ार है। 2019 में जनपद बाराबंकी में 63 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जिसे बढ़ाने के लिए ज़िला निर्वाचन अधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने सास बहू, ननद सम्मेलन जैसे कार्यक्रमो का लगातार आयोजन किया है।
Site Admin | मई 11, 2024 7:46 अपराह्न
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में बाराबंकी सीट के लिये आगामी 20 मई को मतदान होगा
