लोकसभा चुनाव के पहले चरण में आज 17 राज्यों और 4 केन्द्रशासित प्रदेशों की एक सौ दो सीटों के लिए मतदान हो रहा है। इनमें 11 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए और 18 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
सुबह 11 बजे तक त्रिपुरा में लगभग 35 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 33 प्रतिशत से अधिक, मेघालय में लगभग 32 प्रतिशत, मध्य प्रदेश और मणिपुर में लगभग 30 प्रतिशत, छत्तीसगढ और पुदुचेरी में 28 प्रतिशत से अधिक, मिजोरम में 28 प्रतिशत से अधिक, असम में 27 प्रतिशत से अधिक, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में 25 प्रतिशत से अधिक, तमिलनाडु में लगभग 24 प्रतिशत, जम्मू-कश्मीर और नागालैंड में लगभग 23 प्रतिशत, राजस्थान में 22 प्रतिशत से अधिक, अंडमान और निकोबार में लगभग 22 प्रतिशत, सिक्किम में 21 प्रतिशत से अधिक, बिहार में 20 प्रतिशत से अधिक, महाराष्ट्र में 19 प्रतिशत से अधिक, लक्षद्वीप में 16 प्रतिशत से अधिक, वोट डाले जा चुके थे।
इस चरण में कुल एक हजार छह सौ 25 उम्मीवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा। प्रमुख उम्मीदवारों में वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सर्बानंद सोनोवाल, किरेन रिजिजू, डॉ. जितेन्द्र सिंह, संजीव बालियान, तमिलसाई सुंदराजन और जितिन प्रसाद तथा कांग्रेस नेता गौरव गोगोई, कार्ति चिदंबरम् और नकुल नाथ, डीएमके नेता दयानिधि मारन शामिल हैं।
सुबह सात बजे आरंभ हुआ मतदान शाम छह बजे तक चलेगा, लेकिन उत्तरपूर्वी और पर्वतीय राज्यों में मतदान शाम 4 और 5 बजे तथा वामपंथी उग्रवाद ग्रस्त क्षेत्रों में दोपहर 3 बजे और शाम 4 बजे तक समाप्त होगा।
निर्वाचन आयोग ने सभी मतदान केन्द्रों के लिए बुनियादी सुविधाओं का प्रबंधन सुनिश्चित किया है, ताकि प्रत्येक मतदाता आसानी से वोट डाल सके।
स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए व्यापक सुरक्षा प्रबंध किये गए है। चार हजार से अधिक उडनदस्ते, पांच हजार से अधिक सांख्यिकी निगरानी टीम और दो हजार से अधिक वीडियो निगरानी टीमें लगातार स्थिति पर नजर रख रही हैं। पचास प्रतिशत से अधिक मतदान केन्द्रों की वेबकास्टिंग की जा रही है। सभी मतदान केन्द्रों पर माइक्रो पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। एक हजार तीन सौ से अधिक अंतर्राज्यीय और एक सौ 62 अंतर्राष्ट्रीय सीमा चौकियों से भी कडी निगरानी रखी जा रही है।