भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर आरोप लगाने और संभल हिंसा के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। शून्यकाल के दौरान श्री दुबे ने एक फ्रांसीसी प्रकाशन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि ऐसी ताकतें भारतीय संसद और देश की अर्थव्यवस्था को बाधित करने का प्रयास कर रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित विपक्ष के कई नेता अपने सोशल मीडिया पर ऐसी रिपोर्ट साझा करते हैं। कांग्रेस, डीएमके और अन्य दलों के सदस्यों ने एक प्रमुख व्यापारिक समूह के खिलाफ कथित रिश्वत के आरोपों और संभल हिंसा के मुद्दे पर सदन में हंगामा किया। हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष ने सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
राज्यसभा में भी एक फ्रांसीसी प्रकाशन की रिपोर्ट का मुद्दा उठाया गया। शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने विदेशों से राष्ट्रीय हित पर संदिग्ध हमलों का आरोप लगाते हुए मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में जब भी संसद का सत्र होता है, ऐसी रिपोर्ट सामने आती हैं। उन्होंने कहा कि जब से देश ने विकसित भारत बनने का लक्ष्य तय किया है, तब से कई विदेशी गतिविधियों ने भारत के आर्थिक, नैतिक और सामाजिक पहलुओं को निशाना बनाया है।
सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और उन्होंने श्री त्रिवेदी को निर्धारित समय से आगे बोलने की अनुमति दी। विपक्षी सदस्यों ने इस निर्णय पर आपत्ति जताई। सभापति ने विपक्षी सदस्यों को आश्वासन दिया कि उन्हें भी बोलने की अनुमति दी जाएगी। हंगामा जारी रहने पर सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।