लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्कूलों में ऐसी शिक्षा देने पर जोर दिया है जिससे छात्र 21वीं शताब्दी को, भारत की शताब्दी बनाने में योगदान दे सकें। देहरादून के निजी विद्यालय के वार्षिक समारोह को संबोधित करते हुए श्री बिरला ने कहा कि बच्चों को जल, जंगल और जमीन को बचाने की प्रेरणा बचपन से ही मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के युवाओं में ज्ञान, विज्ञान, नए विचार और शोध की अद्भुत क्षमता है और इसके साथ आध्यात्मिक ऊर्जा भी है। श्री बिरला ने कहा कि भौतिक संसाधनों में तेजी से आगे बढ़ रहा भारत आज आध्यात्मिक, धर्म और संस्कारों के कारण दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। दुनिया के विकसित देशों को आगे बढ़ाने में भी भारत के नौजवानों का योगदान है।
श्री बिरला ने इस दौरान विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे भारत की संसद में आएं और वहां स्वतंत्रता सेनानियों की जीवनी के दर्शन करें, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और भारत के निर्माण का रास्ता बनाया।