लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लगातार बदलते वैश्विक परिदृश्य में संयुक्त राष्ट्र के वर्तमान ढाँचे के पुनर्मूल्यांकन के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने समकालीन चुनौतियों से निपटने के लिए सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने आज नई दिल्ली में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 26वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने बताया कि युद्ध, आतंकवाद, जलवायु संकट और डिजिटल खतरों जैसे गंभीर मुद्दों से जूझ रहे विश्व में संवाद, सहयोग और समयबद्ध वैश्विक सुधार आवश्यक हो गया हैं।
अपने संबोधन में, लोकसभा अध्यक्ष ने देश की प्राचीन परंपरा ”वसुधैव कुटुम्बकम” और संविधान में निहित शांति, सद्भाव और समता के सिद्धांतों को देश की वैश्विक प्रतिबद्धता की नींव बताया। संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में देश की सक्रिय भूमिका का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि भारत ने लगातार जिम्मेदार वैश्विक सहयोग की भावना के साथ काम किया है।