लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज नई दिल्ली में ‘पंचायत से संसद’ कार्यक्रम के दूसरे चरण का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में 20 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की पंचायतीराज संस्थाओं से चुनी गई करीब 500 महिला प्रतिनिधि भाग ले रही हैं। इसका उद्देश्य पंचायतीराज संस्थाओं की अनुसूचित जनजातियों से चुनी गई महिला प्रतिनिधियों को सशक्त बनाना है। साथ ही इन महिलाओं को संवैधानिक प्रबंधों के बारे में जानकारी देने सहित संसदीय प्रक्रिया और प्रभावशाली नेतृत्व को प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर श्री ओम बिरला ने कहा कि पंचायती राज संस्थाएं गांवों के विकास की दिशा में काम कर रही हैं और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने देश की विरासत और संस्कृति में बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में पंचायत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
महिला और बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे महिलाओं को और अधिक सशक्त बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचाने में पंचायतों से जुड़ी महिलाएं अहम भूमिका निभाएंगी।