लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज हरियाणा के मानेसर में अंतर्राष्ट्रीय ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी केन्द्र में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के शहरी स्थानीय निकायों के अध्यक्षों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन का उदघाटन किया। दो दिन के इस सम्मेलन का विषय है-संवैधानिक लोकतंत्र और राष्ट्र निर्माण को मजबूत करने में शहरी स्थानीय निकायों की भूमिका।
श्री बिरला ने कहा कि शहरी स्थानीय निकाय लोकतंत्र के सबसे मजबूत स्तंभों में से एक है। उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं को सुदृढ़ करने से लोगों की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करना सभी की जिम्मेदारी है। श्री बिरला ने देश के लोकतंत्र को सुदृढ़ करने के लिए संसद से लेकर शहरी स्थानीय निकायों तक सदन की कार्यवाही के सुचारू संचालन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सदन में बार-बार व्यवधान और स्थगन से लोगों की आकांक्षाएं आहत होती हैं।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने कहा कि राज्यों में शहरी स्थानीय निकायों को मजबूत करने से देश में लोकतंत्र और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने 100 शहरों की पहचान की है जिन्हें स्मार्ट शहर बनाया जाएगा तथा हरियाणा सरकार फरीदाबाद और करनाल को स्मार्ट शहर बनाने पर काम कर रही है।
इस सम्मेलन का उद्देश्य तेजी से हो रहे शहरीकरण के मद्देनजर देश में इन निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका को समझते हुए उन्हें मंच प्रदान करना है। इसके माध्यम से लोकतांत्रिक संस्थाओं को सुदृढ करना, सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों को साझा करना तथा समकालीन युग में शहरी शासन के लिए नवाचार दृष्टिकोण को तलाशना है।
इस सम्मेलन में विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए शहरी स्थानीय निकायों के योगदान और महिला सशक्तिकरण के मुद्दों पर भी चर्चा होगी।