भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास संघ लिमिटेड (ट्राइफेड), जनजातीय कार्य मंत्रालय के सौजन्य से जिला लाहौल स्पीति के उदयपुर में अम्बेडकर भवन में ट्राइबल आर्टिसन इंपैनलमेंट मेले का आयोजन किया गया। इस दौरान ट्राइफेड के डायरेक्टर सुदर्शन जस्पा बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए।
इस दौरान घाटी के 50 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने भाग लिया व अपने स्थानीय उत्पादों की हस्तशिल्प उत्पाद, ऊनी वस्त्र, चादरू, थोबी, ऊनी जुराबें, दस्ताने, गुरणु, गुच्छी, काला जीरा व जोलणु अन्य स्थानीय उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई।
ट्राइफेड के निदेशक सुदर्शन जस्पा ने बताया की ट्राइफेड भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर की सहकारी संस्था है और देश के विभिन्न जनजातीय क्षेत्रों के स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग मार्केटिंग राष्ट्रीय व अंतर् राष्ट्रीय स्तर पर करते है व समृद्ध जनजातीय संस्कृति को बिलुप्त होने से बचाया जा सके और लोगो की आर्थिकी सुदृढ़ हो सके।
उन्होंने बताया की सरकार द्वारा सभी को आत्मनिर्भर बनाने की राह पर यह कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे सेल्फ हेल्प ग्रुप उत्पादों का उचित मूल्य पर बेचकर आत्मनिर्भर बन सके। उन्होंने बताया की ट्राइफेड द्वारा समय समय पर देश भर के अलग अलग राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में आदि बाजार, आदि महोत्स्व जैसे व्यापार मेले व प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता है, जिसमें जनजातीय कारीगरों का ट्राइफेड द्वारा ही सारा खर्चा उठाया जाता है, इससे कारीगरों को अपने उत्पाद के लिए बड़ा बाजार मिलता है। उन्होंने सभी को इस प्रकार के आयोजनों का भरपूर लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
इस दौरान ट्राइफेड द्वारा स्थानीय उत्पादों के सर्वसहमति से मूल्य भी निर्धारित किये गए। इस दौरान मायूर गुप्ता आर.एम, राजेश्वर तोमर व शांतनु ए.एम, घाटी के विभिन्न स्वयं सहायता समूह के सदस्य शामिल रहे।