आज के समय में जब दुनिया ग्लोबल वार्मिंग, वायु प्रदूषण और वृक्षों के अंधाधुंध दोहन की समस्या से जूझ रही है ऐसे में आगरा शहर के एक ऐसे पर्यावरणविद् हैं जिन्होंने शहर और उसके आसपास 2 लाख से ज्यादा पेड़ लगाकर शहर की आवोहवा को स्वच्छ बनाने के साथ ही पर्यावरण की शुद्धता और संरक्षण का संकल्प लिया है।
डॉ. सतेंद्र बाबू पर्यावरण के क्षेत्र में आगरा का एक ऐसा नाम हैं जिन्होंने पिछले लगभग एक दशक में न सिर्फ लाखों की संख्या में पेड़ लगाए बल्कि कई तालाब भी खुदवाए ताकि जल संरक्षण करके पानी की समस्या का समाधान किया जा सके।
इस वर्ष तापमान में हुई आकस्मिक वृद्धि ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया। ऐसे में पर्यावरण को लेकर लोगों में चिंता दिखी। सरकार की ओर से भी पर्यावरण के दृष्टिगत कई अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी क्रम में ‘ एक पेड़ मां के नाम’ अभियान सरकार का महत्वपूर्ण अभियान है जिसके तहत वृक्षारोपण को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
ऐसे में सतेंद्र बाबू द्वारा किया गया वृक्षारोपण कार्य महत्वपूर्ण है। उनके द्वारा जो वृक्षारोपण का कार्य किया गया है वह ताजमहल के काफी नज़दीक है। ऐसे में देश की इस महान पुरातात्विक इमारत पर पर्यावरण प्रदूषण के दुष्प्रभावों को करने में भी इस पुनीत कार्य का योगदान है।
सतेंद्र के वृक्षारोपण अभियान की खास बात ये है कि उनके द्वारा अधिकतर फलदार पेड़ लगाए गए हैं। जो कि किन्नू के वृक्ष हैं। ऐसे में न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण हो रहा है बल्कि अच्छी खासी कमाई भी हो रही है।
डॉ. सतेंद्र बाबू एग्रीकल्चर विषय के अस्सिटेंट प्रोफेसर के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में कृषि , पर्यावरण और किसानों कि आय बढ़ाने को लेकर उनके कई रिसर्च पेपर प्रकाशित हुए जिनमें उन्होंने विस्तार से इन विषयों पर बात की है।