राष्ट्रीय अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व सदस्य और लद्दाख के जाने माने बौद्ध भिक्षु लामा लोबजांग का आज सुबह नई दिल्ली में उनके आवास पर निधन हो गया। वे 94 वर्ष के थे।
प्रतिष्ठित जनजातीय नेता लोबजांग ने 1984 से 19 वर्षों तक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग में कार्य किया था। संविधान के अनुच्छेद 338 में संशोधन के माध्यम से जब इस आयोग को संवैधानिक बनाया गया तो लोबजांग को 1995 से 1998 और 1998 से 2001 तक दो कार्यकाल के लिये सदस्य नियुक्त किया गया था । उन्होंने 2004 से 2007 तक आयोग के सदस्य के रूप में एक और कार्यकाल पूरा करने के बाद सार्वजनिक जीवन से संयास ले लिया।
लद्दाख के उपराज्यपाल डॉ. बी.डी. मिश्रा ने लामा लोबजांग के निधन पर शोक व्यक्त किया है।