कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा है कि केंद्र सरकार लंदन मेटल एक्सचेंज की तरह एक खनिज व्यापार एक्सचेंज स्थापित करेगी। हैदराबाद में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि खनिज एक्सचेंज सेबी के मानदंडों के अनुसार स्थापित किया जाएगा।
प्रस्तावित खनिज एक्सचेंज से उद्योगों, व्यापारियों और अन्य हितधारकों के लिए बेहतर मूल्य निर्धारण में मदद मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि खनिज एक्सचेंज को हाल ही में पारित कानून का हिस्सा बनाया गया है और संबंधित दिशानिर्देश जल्द ही जारी किए जाएँगे।
अमेरिकी टैरिफ के बारे में उन्होंने कहा कि इनका घरेलू कोयला उद्योग पर ज़्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश अमेरिका को एल्युमीनियम का निर्यात बहुत कम मात्रा में करता है।
श्री रेड्डी ने कहा कि सरकार ने कोयले के आयात में काफी कमी की है। इससे 60 हज़ार करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है। उन्होंने बताया कि देश के इस्पात निर्माताओं ने अच्छी गुणवत्ता वाले आयातित कोयले का उपयोग करने के लिए बॉयलर बनाए हैं। श्री रेड्डी ने कहा कि सरकार ने निजी इस्पात कंपनियों से बॉयलर की जांच करके उन्हें भारतीय कोयले का उपयोग करने के लिए अनुकूल बनाने को कहा है। इससे आयात पर निर्भरता कम होगी। उन्होंने कहा कि सरकार कोयले के निर्यात के लिए प्रयास कर रही है और कोयला तथा लौह अयस्क का उत्पादन बड़े पैमाने पर बढ़ाया जाएगा।