रेल मंत्रालय एनटीपीसी के सहयोग से फ्लाई ऐश के इस्तेमाल पर इस महीने की 25 तारीख को नोएडा में राष्ट्रीय सम्मेलन आयेाजित करेगा। सम्मेलन में देश में स्वच्छ, हरित और संसाधन कुशल विकास के लिए फ्लाई ऐश के सतत प्रबंधन की रणनीतियों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।
तापीय विद्युत उत्पादन का एक बड़ा सह-उत्पाद फ्लाई ऐश, बुनियादी और औद्योगिक क्षेत्र के लिए बहुमूल्य संसाधन है, जिसके सुरक्षित और सतत प्रबंधन की जरूरत है। मंत्रालय ने कहा है कि सरकार सीमेंट विनिर्माण, सड़क निर्माण, खदानों को भरने, ईंट और दूसरी विनिर्माण सामग्रियों में फ्लाई ऐश के इस्तेमाल और बड़े पैमाने पर इसके परिवहन के लिए नये उपायों की तलाश करेगी।
मंत्रालय ने बताया कि देश में उत्पन्न 34 करोड़ टन फ्लाई ऐश में से वर्ष 2024-25 में 33 करोड़ 20 लाख टन से ज्यादा का सफलतापूर्वक इस्मेमाल किया गया। सम्मेलन में देश में फ्लाई ऐश के सतत इस्तेमाल के बारे में उत्पादक, उपयोगकर्ता, ट्रांसपोर्टर्स और नीति निर्माता विचार साझा करेंगे।