अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेन के साथ युद्ध के प्रति रूस के अड़ियल रवैये पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा है कि रूस से तेल, गैस और यूरेनियम आयात करने वाले देशों पर 100 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा। नाटो महासचिव मार्क रूट के साथ पत्रकारों से बातचीत में श्री ट्रम्प ने कहा कि यह शुल्क रूस द्वारा यूक्रेन के साथ 50 दिन के भीतर शांति समझौता न करने की स्थिति में लागू होगा। रूस पर इस शुल्क के लगाए जाने का असर भारत पर भी होगा।
श्री ट्रम्प ने कहा कि वे रूस से तेल, गैस और यूरेनियम की ख़रीद करने वाले देशों पर पांच सौ प्रतिशत शुल्क लगाने के लिए प्रस्तावित विधेयक के पक्ष में हैं। अमरीका का मानना है कि अगर चीन और भारत रूस से इनकी खरीद बंद कर दें, तो रूस को युद्ध जारी के लिए ज़रूरी धन की कमी पड़ सकती है और इससे उसकी युद्ध क्षमता पर असर पड़ेगा। भारत ने रूस से तेल खरीद को सही ठहराते हुए इसे देश के विकास के लिए ज़रूरी बताया है। भारत का कहना है कि इससे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों को स्थिर रखने में भी मदद मिलती है।