यूरोपीय संघ के देश जनवरी 2028 से रूस से सभी ऊर्जा आयात पर प्रतिबंध लगाने पर सहमत हो गए हैं। कल लक्ज़मबर्ग में एक बैठक के दौरान यूरोपीय संघ के देशों के ऊर्जा मंत्रियों ने इस संबंध में मसौदा के पक्ष में मतदान किया, जो रूस द्वारा यूरोपीय संघ के देशों को आपूर्ति किए जाने वाले तेल और प्राकृतिक गैस दोनों पर लागू होगा।
यूरोपीय परिषद के अनुसार यूरोपीय संघ को गैस आपूर्ति में बार बार रुकावट के बाद, रूस की ऊर्जा पर निर्भरता समाप्त करने के लिए संघ के री-पावर-ईयू रोडमैप के हिस्से के तहत ऐसा किया जा रहा है। यूरोपीय संघ के अध्यक्ष डेनमार्क के ऊर्जा मंत्री लार्स आगार्ड ने इस प्रस्ताव को यूरोप को ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद यूरोपीय संघ के नेताओं ने 2022 के वर्साय घोषणापत्र के अंतर्गत रूसी जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने का निर्णय लिया था। हाल के वर्षों में रूस से यूरोपीय संघ में गैस और तेल आयात दोनों में उल्लेखनीय कमी आई है। जबकि 2025 में तेल का आयात 3 प्रतिशत से नीचे गिर गया है, अभी भी यूरोपीय संघ 13 प्रतिशत रूसी गैस आयात करते हैं।
मई-2025 में आयोग ने शेष रूस के ऊर्जा आयातों को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने और यूरोपीय संघ की ऊर्जा में आत्मनिर्भरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए री-पावर-ईयू रोडमैप को अपनाया था।