रूस ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि वह अब खुद को मध्यम दूरी की परमाणु शक्ति (आईएनएफ) संधि से बंधा हुआ नहीं मानता। मास्को का दावा है कि यह बदलाव सीधे तौर पर यूरोप और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में इसी तरह की हथियार प्रणालियाँ तैनात करने के अमरीका और नाटो के इरादों का जवाब है। रूस के विदेश मंत्रालय ने अमरीका पर उन मिसाइल प्रणालियों के परीक्षण, उत्पादन और तैनाती से वैश्विक जोखिम बढ़ाने का आरोप लगाया है, जिन पर अब समाप्त हो चुकी आईएनएफ संधि के तहत पहले प्रतिबंध लगा हुआ था। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि संधि की शर्तें समाप्त हो गई हैं और पुष्टि की है कि वह अब मिसाइल तैनाती पर प्रतिबंधों का पालन नहीं करेगा।
आईएनएफ संधि 1987 में संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ द्वारा हस्ताक्षरित एक ऐतिहासिक हथियार नियंत्रण समझौता था। इस संधि के तहत दोनों देशों को 500 से 5,500 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली सभी भूमि-आधारित बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को समाप्त करना और स्थायी रूप से त्यागना आवश्यक था।
यह कदम मास्को और वाशिंगटन के बीच बढ़ते तनाव के बीच उठाया गया है।