राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की आज एक सौ सोलहवीं जयंती है। आज ही के दिन उन्नीस सौ आठ में बेगूसराय के सिमरिया में उनका जन्म हुआ था। उन्हें राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावना को जागृत करने वाली रचनाओं के लिए जाना जाता है।
1952 ई0 में वे संसद के उच्च सदन राज्यसभा के लिए चुने गये थे। रश्मिरथी, कुरुक्षेत्र, उर्वशी, संस्कृति के चार अध्याय और परशुराम की प्रतीक्षा उनकी प्रमुख रचनाएं हैं। 1962 ई0 के भारत-चीन युद्ध की पृष्ठभूमि पर उनकी रचना परशुराम की प्रतीक्षा युद्ध की विभीषिका और उस समय के देश के हालात का वर्णन करती है।