राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने पारंपरिक, गैर-पारंपरिक और उभरती हाइब्रिड सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन के महत्व पर बल दिया है। उन्होंने विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में लगातार क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन के संस्थापक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के दौरान श्री डोभाल यह बात कही। इससे भारत, मालदीव, मॉरीशस और श्रीलंका के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग में महत्वपूर्ण प्रगति होगी। मॉरीशस में दिसंबर 2023 में बैठक के बाद, कोलंबो में सम्मेलन के चार्टर और समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
समझौते का उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता चुनौतियों से निपटने में समूह की भूमिका को बढ़ाना है।
कोलंबो यात्रा के दौरान श्री डोभाल ने श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने और श्रीलंका, मालदीव और मॉरिशस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों से भेंट की।