केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पारंपरिक मूल्यों को संरक्षित करते हुए देश में भविष्य की शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। नई दिल्ली में एक मीडिया नेटवर्क के शिक्षा सम्मेलन में बोलते हुए, श्री प्रधान ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक दूरदर्शी ढांचे के रूप में उभरी है, जो भारत में सीखने के भविष्य को आकार दे रही है। उन्होंने कहा कि भारत ने बुनियादी ढांचे, समावेशिता और आधुनिकीकरण पर बल देते हुए शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
श्री प्रधान ने कहा कि शिक्षा हमेशा से भारत के युवाओं के लिए एक प्रमुख स्तंभ और मुख्य आकर्षण रही है। उन्होंने कहा कि यह नीति एक दूरदर्शी ढांचे के रूप में विकसित हुई है जो देश में शिक्षा के भविष्य को प्रभावित कर रही है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि देश में 5 से 23 वर्ष की आयु के लगभग 30 करोड़ छात्र हैं, जो भारत में शैक्षिक सुधारों के महत्व को रेखांकित करता है।