राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा है कि भारत की समृद्ध ज्ञान परंपरा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को आत्मसात कर हमें अपने शिक्षण और अनुसंधान संस्थानों को परिवर्तनकारी बनाना होगा। वे दून विश्वविद्यालय में विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान की ओर से आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संस्थागत नेतृत्व समागम-2025 के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने भारत केंद्रित शिक्षा और अनुसंधान को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया और संस्थागत नेतृत्व को राष्ट्र निर्माण की एक महत्वपूर्ण कड़ी बताया। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन केवल विमर्श का मंच नहीं, बल्कि एक विकसित भारत के निर्माण के लिए संस्थानों की भूमिका को पुनर्परिभाषित करने का अवसर है।