राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर 5 सितंबर को देशभर के 50 शिक्षकों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नई दिल्ली में सम्मानित करेंगी। इनमें छत्तीसगढ़ के दुर्ग स्थित खेदामारा के शासकीय स्कूल की शिक्षिका के. शारदा भी शामिल हैं। के. शारदा राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने वाली छत्तीसगढ़ से एकमात्र शिक्षिका है।
आकाशवाणी समाचार से बातचीत करते हुए के. शारदा ने बताया कि कोविड-नाइंटीन के दौरान उन्होंने अत्याधुनिक शैक्षणिक तकनीक को अपनाया। ई-कंटेंट बनाएं और डिजिटल टूल्स का उपयोग किया। साथ ही गणित की नई पुस्तिका तैयार की और उसका क्यूआर कोड जनरेट किया, ताकि बच्चे आसानी से बिना रुकावट के शिक्षा प्राप्त कर सकें।
उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत बहुभाषा को बढ़ावा देने के लिए उनके द्वारा कुछ पुस्तकें भी बनाई गई हैं। हिंदी से छत्तीसगढ़ी, अंग्रेजी से हिंदी और स्थानीय भाषा हल्बी में भी पुस्तक बनाई है। इसके माध्यम से बच्चों को बस्तर की संस्कृति की जानकारी मिल रही है।
गौरतलब है कि के. शारदा शारीरिक रूप से अस्सी प्रतिशत दिव्यांग हैं और उनका एक हाथ काम नहीं करता है। इसके बाद भी अपने मजबूत इरादों से उन्होंने यह सफलता हासिल की है, जिसके लिए उन्हें शिक्षक दिवस के दिन राष्ट्रपति सम्मानित करेंगी।