सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में अब तक अस्सी लाख टन से अधिक अपशिष्ट सामग्री का उपयोग किया गया है। नई दिल्ली में आज स्मार्ट सड़कों का भविष्य विषय पर सी आई आई के सम्मेलन में श्री गडकरी ने कहा कि इथेनॉल और मेथनॉल जैसे जैव ईंधनों के इस्तेमाल से परिवहन क्षेत्र की लॉजिस्टिक लागत में पांच से छह प्रतिशत की कमी आई है।
लॉजिस्टिक्स दक्षता के आर्थिक प्रभाव पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि लॉजिस्टिक्स लागत कम होने से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होगी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को सहारा मिलेगा। उन्होंने कहा कि वैकल्पिक जैव ईंधन के उपयोग से सतत विकास को बढ़ावा मिलेगा, प्रदूषण कम होगा और कृषि उपज की बढ़ती मांग से किसानों को लाभ होगा।
श्री गडकरी ने यह भी बताया कि मंत्रालय का वार्षिक राजस्व दो वर्षों के भीतर बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है। इसके अलावा नागरिकों की सुविधा और आराम के लिए देश भर में छह सौ 70 स्थानों पर सड़क किनारे सुविधाएं विकसित की गई हैं।
श्री गडकरी ने आगे कहा कि मजबूत बुनियादी ढांचा देश की रीढ़ है और 2027 तक 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए टिकाऊ सड़क विकास महत्वपूर्ण होगा।