राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पुणे में एक निजी कंपनी में कथित रूप से अत्यधिक काम के बोझ के कारण केरल की एक चार्टर्ड अकाउंटेंट लड़की की मौत का स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की और व्यवसायों से वैश्विक मानवाधिकार मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए अपनी कार्य संस्कृति, रोजगार नीतियों और विनियमों की समीक्षा करने का आग्रह किया। इसमें इस बात पर भी जोर दिया गया कि व्यवसायों को मानवाधिकार मुद्दों के प्रति संवेदनशील और जवाबदेह होना चाहिए।
आयोग ने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय को चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने का नोटिस जारी किया।