राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय ने आज देश भर में आगामी उद्यम सर्वेक्षणों पर नई दिल्ली में एक सम्मेलन आयोजित किया। सम्मेलन में सर्वेक्षणों पर चर्चा करने के लिए विभिन्न व्यावसायिक संघों और हितधारकों के साथ जुड़ने पर ध्यान केंद्रित किया गया ।
सम्मेलन में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की पांच प्रमुख उद्यम-संबंधित पहलों पर चर्चा की गई। इन पहलों में उद्योगों का वार्षिक सर्वेक्षण, अनिगमित क्षेत्र के उद्यमों का वार्षिक सर्वेक्षण, सेवा क्षेत्र के उद्यमों का वार्षिक सर्वेक्षण, पूंजीगत व्यय सर्वेक्षण और आर्थिक जनगणना शामिल हैं।
एनएसएसओ की महानिदेशक गीता सिंह राठौड़ ने कहा कि ये सर्वेक्षण वार्षिक आधार पर अर्थव्यवस्था के गैर-कृषि क्षेत्र की एक व्यापक तस्वीर प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं और व्यापक आर्थिक अनुमानों में सहायता करते हुए सकल घरेलू उत्पाद और जीएसडीपी आंकड़ों को संकलित करने के लिए एक महत्वपूर्ण इनपुट के रूप में काम करते हैं।
श्रम और रोजगार मंत्रालय में उप महानिदेशक (रोजगार) अमित निर्मल ने कहा कि सर्वेक्षण देश में रोजगार परिदृश्य की स्पष्ट तस्वीर प्रदान करेगा।
भारतीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम परिसंघ (CIMSME) के अध्यक्ष मुकेश मोहन गुप्ता ने कहा कि सरकार ने सम्मेलन के दौरान उद्योग जगत से सुझाव मांगे। उन्होंने सर्वेक्षण में तनावग्रस्त परिसंपत्तियों के बारे में डेटा शामिल करने की सिफारिश की। सम्मेलन में सभी प्रमुख क्षेत्रों को कवर करने वाले लगभग 70 व्यापारिक संघों के प्रतिनिधियों सहित लगभग 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया ।