राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने चैत्र शुक्लादि, उगादि, गुड़ी पड़वा, चेती चांद, नवरेह और साजिबु चेरोबा के पावन अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि ये उत्सव भारतीय नववर्ष और वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है। राष्ट्रपति ने कहा कि ये उत्सव देश के विभिन्न हिस्सों में शांति, एकता और सहिष्णुता के संदेश के प्रसार के साथ मनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये उत्सव देश की समृद्ध संस्कृति और विरासत के प्रतीक हैं। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि इस अवसर पर लोग प्रकृति के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने संदेश में कहा कि इस उत्सव को देश के विभिन्न भागों में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है लेकिन इसमें उत्साह और उल्लास की भावना एक समान होती है। उन्होंने कहा कि ये उत्सव देश के विभिन्न हिस्सों में परंपरागत नए वर्ष के शुभारंभ को दर्शाते हैं। उप-राष्ट्रपति ने कहा कि ये उत्सव आशा, समृद्धि और पुनरारंभ का प्रतीक हैं। इस अवसर पर उप-राष्ट्रपति ने लोगों से भारत की विविधता में एकता की भावना दर्शाने का आह्वान किया। उन्होंने आशा जताई कि नया वर्ष सभी के जीवन में प्रसन्नता, समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य लेकर आएगा।
Site Admin | अप्रैल 9, 2024 10:27 पूर्वाह्न
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दी विभिन्न उत्सवों की शुभकामनाएं