राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने देशवासियों से भारत को ज्ञान और व्यापार का प्रमुख केंद्र बनाने का आह्वान किया है। राष्ट्रपति ने आज नई दिल्ली में इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद-ईईपीसी के प्लेटिनम जुबली समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को और अधिक आत्मनिर्भर तथा निर्यात में उत्कृष्ट बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में रखी गई आत्मनिर्भर भारत की नींव लगातार मजबूत हो रही है। राष्ट्रपति ने ऐसा आत्मनिर्भर भारत बनाने की बात कही जिससे उसकी अर्थव्यवस्था पर वैश्विक अस्थिरता का प्रभाव न पडे़।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश में उपलब्ध अद्भुत क्षमताओं का उपयोग कर वैश्विक व्यापार की चुनौतियों को अवसरों में बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विश्व व्यापार व्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था में हो रहे बदलावों के कारण ईईपीसी की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। राष्ट्रपति ने कहा कि ईईपीसी, अंतर्राष्ट्रीय बाजार और भारतीय उत्पादकों के बीच एक सेतु का काम करता है। उन्होंने ईईपीसी के सभी हितधारकों से देश में उपलब्ध प्रतिभा और ऊर्जा के लिए एक मंच प्रदान कर भारत को अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने का आग्रह किया।