राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कल नई दिल्ली में 17 प्रतिभाशाली बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए सात वर्गों में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कारों से सम्मानित किया।
14 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से आने वाले इन बच्चों को कला और संस्कृति, बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, समाज सेवा, खेल और पर्यावरण के क्षेत्र में शानदार योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक मेडल, प्रमाण पत्र और प्रशंसा पुस्तिका से सम्मानित किया गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा महिला और बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने भी पुरस्कार विजेताओं से बातचीत की। कला और संस्कृति के क्षेत्र में तमिलनाडु के पुरस्कार विजेता जनने नारायणन ने आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
खेलों के क्षेत्र में पुरस्कार पाने वाले आंध्र प्रदेश के जेस्सी राज ने कहा कि प्रत्येक बच्चे को पाठ्यक्रम से इतर गतिवििधयों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। उन्होंने ऐसी विशेष प्रतिभा के लिए अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों को सहयोग देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
नवाचार के क्षेत्र में पुरस्कार प्राप्त करने वाली बंगलुरू की सिंधुरा ने युवाओं को एक बेहतर भविष्य निर्माण के लिए सभी अवसरों का लाभ उठाने की सलाह दी।
प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पुरस्कार प्राप्त करने वाले जम्मू के ऋषिक कुमार ने कहा कि यह ऐसा क्षेत्र है जो देश में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए अनेक अवसर प्रस्तुत करता है।