राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक और शैक्षणिक विकास के बिना देश प्रगति नहीं कर सकता है। आज शाम मुंबई में महाराष्ट्र विधान परिषद के शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति ने इस बात पर बल दिया कि महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि महिलाएं भारत की आधी आबादी हैं और देश को आगे ले जाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में उनकी सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि बॉम्बे विधान परिषद का गठन हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों से हुआ था। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर बॉम्बे विधान परिषद के सदस्य थे।