राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस 2024 के अवसर पर 33 प्रतिशत की दिव्यांगता वाले अनुकरणीय व्यक्तियों और संस्थानों के सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये।
राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने संबोधन में कहा कि इस पुरस्कार के विजेता समाज के लिए आदर्श के रूप में उभरकर सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनका अनुसरण करके अन्य व्यक्ति और संस्थान दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि दिव्यांगजनों में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने, उनके कौशल को विकसित करने, उन्हें रोजगार देने, उनके उत्पादों को खरीदने की प्राथमिकता देने और बाजार की सुविधायें प्रदान करने से दिव्यांगजनों के नेतृत्व की क्षमता बढ़ेगी।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि आज के पुरस्कार विजेता न सिर्फ प्रेरणा के केन्द्र हैं बल्कि प्रेरणा के स्रोत भी हैं। राष्ट्रपति ने दिव्यांगजनों को सार्वभौमिक सुगमता प्रदान करने में सुगम्य भारत अभियान की भूमिका का उल्लेख किया। यह अभियान इस बात का तकाजा है कि दिव्यांगजन सहानुभूति के पात्र न होकर संवेदना के पात्र हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि सभी दिव्यांगजनों को सहज और समानता का अनुभव कराना पूरी मानवता का कर्तव्य है। हर दृष्टिकोण से दिव्यांगजनों के लिए बाधा मुक्त वातावरण प्रदान करना समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस वर्ष का विषय-समावेशी और टिकाऊ भविष्य के लिए दिव्यांगजनों के नेतृत्व को बढ़ावा देना है। इस विषय से अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस मनाया जा रहा है। इससे दिव्यांगजनों में नेतृत्व क्षमता को बढावा मिलेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि अन्य सामान्य व्यक्तियों की तरह दिव्यांगजनों को काम करने का अवसर मिलने से उनमें आत्मविश्वास की भावना और जीवन को अर्थपूर्ण तरीके से जीने की इच्छा बढ़ेगी।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉक्टर वीरन्द्र कुमार ने दिव्यांगजनों के जीवन को समृद्ध बनाने पर केन्द्रित 16 परिवर्तनकारी पहलों का अनावरण किया। इन पहलों में समावेशिता, नवाचार और प्रौद्योगिकी सशक्तिकरण के प्रति विभाग की वचनबद्धता को सशक्त बनाना शामिल है। कुछ मुख्य पहलों में कदम घुटने का जोड़, ‘पहुँच के रास्ते: भाग-3 और ब्रेल पुस्तक पोर्टल का शुभारंभ शामिल है।
इस अवसर पर डॉक्टर कुमार ने दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के प्रति सरकार की वचनबद्धता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान कर रहे हैं।