राज्य में गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान और कोसी सहित अन्य नदियों में उफान से निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मधुबनी, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, शिवहर, गोपालगंज और आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। पश्चिम चम्पारण जिले में वाल्मीकिनगर गंडक बराज से पानी छोडे़ जाने से आस-पास के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि वाल्मीकिनगर टाईगर रिजर्व में भी गंडक नदी का पानी तेजी से फैल रहा है।
सीतामढ़ी से हमारे संवाददाता ने बताया कि जिले में बागमती, लखनदेई और अन्य नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इधर, शिवहर में बागमती नदी उफान पर है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि जिले में नदी का जलस्तर इस मौसम में पहली बार खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। जिले में नदी लाल निशान से बासठ सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ का पानी बागमती तटबंध के बीच फैलने से खेत में लगी फसल डूब गयी है।
इधर, मधुबनी में मधेपुर प्रखंड और आसपास के क्षेत्रोें में कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया है।
हमारे संवाददाता ने बताया है कि लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं। कैमूर जिले में कर्मनाशा और दुर्गावती नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। दोनों नदियों केे जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश के चलते मोहनिया स्थित अनुमंडलीय अस्पताल मे बारिश का पानी प्रवेश कर गया। रोहतास जिले में भारी बारिश के चलते नौहट्टा प्रखंड के महादेव खोह मंदिर स्थित झरने से बड़े पैमाने पर जल प्रवाह हो रहा है।
इधर, मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर प्रखंड क्षेत्र में महाने नदी पर बनाए जा रहा डायवर्जन बह गया है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि पिछले दो दिन से हो रही भारी बारिश के चलते नदी में बाढ़ आने के कारण यह हादसा हुआ।