राज्य की प्रमुख नदियों के उफान पर आने, पहाड़ों पर हुयी बारिश और बांधों से पानी छोडे़ जाने के चलते कई जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो गये हैं। लखीमपुर खीरी में लगभग सभी नदियां शारदा ,घाघरा, सहेली , मोहाना, आदि के उफानाने से जिले का लगभग आधा इलाका बाढ़ से प्रभावित हो गया है। बलिया में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाराबंकी और अयोध्या में घाघरा नदी खतरे के निशान को पार कर गयी है। उधर, वाराणसी में भी गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच रहा है। इसे देखते हुए प्रशासन ने नदी तट के इलाकों के लिये हाई अलर्ट घोषित किया है। दूसरी तरफ वाराणसी में वरूणा नदी में उल्टे प्रवाह के चलते बाढ़ का पानी कई मोहल्लो में पहुंच गया है। राप्ती नदी पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बढ़त पर है। सिद्धार्थ नगर में राप्ती नदी के तेज बहाव के चलते भनवांपुर ब्लॉक में तेज कटान हो रही है। इस बीच, मौसम विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में आज शाम से लेकर कल तक के बीच भारी बारिश और कहीं-कहीं बिजली गिरने का अनुमान जताया है।
Site Admin | सितम्बर 16, 2024 7:51 अपराह्न
राज्य की प्रमुख नदियों के उफान पर, कई जिलों में बाढ़ के हालात
