राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी पर कथित रूप से आक्षेप लगाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विरूद्ध कांग्रेस द्वारा लाए गए विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इस प्रस्ताव को सदन में कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश ने श्री शाह की टिप्पणी पर लाया। श्री शाह ने अपनी टिप्पणी में कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में थी तब प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष का नियंत्रण एक परिवार ने किया। इस प्रस्ताव का खंडन करते हुए सभापति ने कहा कि उन्होंने इसे ध्यानपूर्वक पढ़ा है और इसमें किसी तरह का विशेषाधिकार हनन नहीं है।
उन्होंने कहा कि इसमें सत्य का पूर्णतः पालन किया गया है, जैसा कि श्री शाह की टिप्पणियों पर प्रस्तुत दस्तावेज से प्रमाणित होता है। श्री धनखड़ ने जल्दीबाजी में लाये गये विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि विशेषाधिकार हनन एक गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि सदन लोगों की प्रतिष्ठा नष्ट करने का मंच नहीं बनेगा। सभापति ने आचार समिति से सदस्यों के आचरण के लिए नए दिशा-निर्देश बनाने को कहा।