राज्यसभा में आज सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच हुए हंगामें के बाद कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। आज सुबह जब सत्र शुरू हुआ तब सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के सांसदों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर उठाए गए स्थगन प्रस्तावों को खारिज कर दिया। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने सभापति के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने की विपक्ष की मांग की निंदा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इसके लिए क्षमा मांगनी चाहिए और सरकार सभापति की छवि खराब करने की हर कोशिश को नाकाम करेगी। श्री धनखड़ के योगदान की सराहना करते हुए श्री रिजिजू ने कहा कि उपराष्ट्रपति ने हमेशा संविधान के मूल्यों और आदर्शों का सम्मान किया है और उनके पद की गरिमा बरकरार रखी जानी चाहिए। श्री रिजिजू ने कांग्रेस पार्टी पर कथित तौर पर देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के लिए अमरीकी संस्था जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन से संबंधित होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के सांसद एच डी देवगौड़ा ने भी सदन में विपक्ष के व्यवहार की निंदा की। श्री रिजिजू के आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस संविधान में विश्वास रखती है। उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार पर संविधान से छेडछाड़ करने का आरोप लगाया। इस हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।