मोबाइल ऐप्प
डाउनलोड करें

android apple
signal

फ़रवरी 13, 2025 2:25 अपराह्न

printer

राज्‍यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच वक्फ संशोधन विधेयक-2025 पर संयुक्त समिति की रिपोर्ट पेश की गई

वक्फ संशोधन विधेयक-2025 पर संसद की संयुक्त समिति की रिपोर्ट पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच लोकसभा को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

 

राज्यसभा में भी कुछ समय के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। यह रिपोर्ट आज लोकसभा में पेश की जाएगी। आज सुबह जब लोकसभा की बैठक शुरू हुई तो कांग्रेस, डीएमके और समाजवादी पार्टी सहित विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया।

 

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से बार-बार आग्रह किया कि वे सदन की कार्यवाही चलने दें। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट पेश होने के बाद वे सदस्यों को बोलने देंगे। शोर-शराबा जारी रहने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

 

इस बीच, विपक्ष के हंगामे के बीच वक्फ संशोधन विधेयक पर समिति की रिपोर्ट राज्यसभा में पेश की गई। आज सुबह जब सदन की बैठक शुरू हुई तो भाजपा सांसद डॉ. मेधा विश्राम कुलकर्णी ने रिपोर्ट की एक प्रति राज्‍यसभा में रखी।

 

रिपोर्ट रखे जाने के बाद विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। सभापति जगदीप धनखड़ ने उनसे सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया, लेकिन हंगामा जारी रहा। सभापति ने विरोध कर रहे सदस्यों को कार्रवाई की भी चेतावनी दी। बाद में, उन्होंने सदन को 11 बजकर 20 मिनट तक के लिए स्थगित कर दिया।

 

जैसे ही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि समिति की बैठकों में विपक्षी सदस्यों की असहमति की टिप्‍पणियों को रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर रिपोर्ट में असहमति की टिप्‍पणियां शामिल नहीं है तो इसे समिति को वापस भेजा जाना चाहिए।

 

इस पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि मूल रिपोर्ट और असहमति टिप्‍पणियों का कोई भी हिस्सा हटाया नहीं गया है। उन्होंने विपक्ष पर इस मुद्दे पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि सभी मूल टिप्पणियाँ रिपोर्ट के परिशिष्ट में संलग्न हैं।

 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किये और इस मुद्दे पर विपक्ष की आलोचना की। सदन के नेता जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि परंपराओं को ध्‍यान में रखते हुए सांसदों को संवैधानिक प्रावधानों का पालन करना चाहिए और सदन को सुचारू रूप से चलने देना चाहिए। उन्होंने विपक्ष पर गैरजिम्मेदार होने का आरोप लगाया।

 

सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने राज्‍यसभा से वॉकआउट किया।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

सर्वाधिक पठित

सम्पूर्ण जानकारी

कोई पोस्ट नहीं मिला