राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने देहरादून स्थित उत्तराखण्ड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का भ्रमण कर अधिकारियों से मानसून के दृष्टिगत तैयारियों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने वर्षा की वर्तमान स्थिति, नदियों के जलस्तर, मार्गों की स्थिति और आगामी दिनों के मौसम पूर्वानुमान के साथ ही केंद्र की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया। राज्यपाल ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर मानसून की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन में तीन मुख्य पहलुओं- डेटा आधारित निर्णय प्रणाली, विभागों के बीच समन्वय और सामुदायिक सहभागिता को केंद्र में रखकर कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षा के स्वरूप में परिवर्तन और आपदाओं की तीव्रता बढ़ रही है, ऐसे में राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों पर आधारित आपदा प्रबंधन की दिशा में ठोस प्रयास करने होंगे। राज्यपाल ने उत्तराखण्ड के आपदा प्रबंधन विभाग की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि विभाग द्वारा आपदा प्रबंधन और न्यूनीकरण के क्षेत्र में पेशेवर ढंग से कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने प्रदेश स्तर पर मानसून की तैयारियों को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया।