राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने आयुर्वेद के क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करने के प्रयास पर विशेष बल दिया है। उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के ऋषिकुल परिसर, हरिद्वार में आयोजित द्वितीय दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि आयुर्वेद में विभिन्न प्राकृतिक औषधियों और उपचार विधियों के माध्यम से संक्रमण से लड़ने की शक्ति होती है। वर्तमान समय में बढ़ते तनाव, चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं के समाधान में आयुर्वेदिक औषधियों, पंचकर्म और योग की भूमिका को रेखांकित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि योग और ध्यान, प्राचीन भारतीय परंपरा के वे अमूल्य उपहार हैं, जो व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक संतुलन को बनाए रखते हैं। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे आयुर्वेद के क्षेत्र में नवीन शोध एवं अनुसंधान पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा एवं औषधीय पौधों के वैज्ञानिक अध्ययन से वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिए डिजिटल तकनीक और आधुनिक विज्ञान के साथ समन्वय स्थापित करने पर भी जोर दिया।