राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून विश्वविद्यालय में आयोजित ‘सिलक्यारा विजय अभियान’ प्रथम वर्षगांठ में हिस्सा लिया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि सिल्क्यारा अभियान, राज्य आपदा प्रबंधन क्षमता का उत्कृष्ट उदाहरण है। यह अभियान धैर्य, नेतृत्व, तालमेल और संकल्प को पूरा करने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल सिल्क्यारा के सफल बचाव अभियान ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा था।
यह अभियान अब आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अध्ययन और शोध का विषय भी माना जा रहा है। यह अभियान सामूहिक समर्पण और तकनीकी दक्षता की अनुपम मिसाल बना है। इस अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने सिल्क्यारा विजय अभियान पुस्तक और अन्य पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने सिल्क्यारा रेस्क्यू अभियान पर बनी लघु फिल्म का अवलोकन भी किया। गौरतलब है कि पिछले वर्ष उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग के भीतर मलबा धसनें से 41 श्रमिक टनल के अंदर फंस गए थे, जिन्हे कड़ी मेहनत से 17 दिन बाद सुरक्षित बाहर निकाला गया।