मार्च 10, 2025 7:23 अपराह्न

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राज्यपाल ने प्रदेश की समृद्ध पाक परंपराओं और फूड टूरिज्म को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर बल दिया

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने राज्य की समृद्ध पाक परंपराओं और फूड टूरिज्म को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड अपनी विशिष्ट खाद्य संस्कृति के लिए जाना जाता है, जो गढ़वाल और कुमाऊँ की पारंपरिक विरासत से जुड़ी हुई है। राज्यपाल से आज राजभवन में भारतीय पाककला महासंघ के पदाधिकारियों ने मुलाकात की।

 

इस दौरान महासंघ के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल को भारतीय पाककला को वैश्विक स्तर तक पहुँचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी। राज्यपाल ने महासंघ के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश के पारंपरिक व्यंजन और श्री अन्न न केवल पौष्टिक हैं, बल्कि इनमें विशिष्ट सांस्कृतिक एवं स्वास्थ्यवर्धक गुण भी हैं।

 

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन पारंपरिक व्यंजनों को देश-विदेश में लोकप्रिय बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जाने चाहिए। राज्यपाल ने श्री अन्न जैसे- मंडुआ, भट्ट आदि के साथ ही पिस्यूं लूण जैसे स्थानीय खाद्य तत्वों को उत्तराखण्ड की प्राचीन खान-पान परंपराओं का प्रतीक बताते हुए कहा कि इन पारंपरिक व्यंजनों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की आवश्यकता है।