पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर की एक अदालत ने एक निजी कॉलेज की मेडिकल छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में दो और संदिग्धों को पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इस घटना के तीन अन्य आरोपियों को दस दिनों की पुलिस हिरासत में पहले ही भेजा जा चुका है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस ने कल दुर्गापुर में पीड़िता से मुलाकात की। इस घटना को “हृदय विदारक” बताते हुए राज्यपाल ने पीड़िता के माता-पिता से भी मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि न्याय सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएँगे। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता इस मामले में शामिल हैं। भाजपा नेता और लोकसभा सांसद बांसुरी स्वराज ने भी घटना की कड़ी निंदा की है।
ओडिशा महिला आयोग की तीन सदस्यीय टीम अध्यक्ष सोवाना मोहंती के नेतृत्व में पीड़िता से मिलने गई। वाम दलों सहित कई राजनीतिक दलों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हालिया टिप्पणी की आलोचना की, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि महिलाओं और लड़कियों को रात में बाहर जाने से बचना चाहिए। महिला संगठनों और सिविल सोसायटी ने भी उस निजी मेडिकल कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जहाँ पीड़िता भर्ती है।