राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने राज्य को न केवल कृषि बल्कि भारत का सबसे बड़ा डेयरी केंद्र बनाने की सरकार की योजना तैयार की है।
मुख्यमंत्री ने कल जयपुर में श्री देवराहा बाबा गौ सेवा परिवार द्वारा आयोजित गाय पर एक वैश्विक सम्मेलन, गौ महाकुंभ, में इसके लिये उठाए जा रहे महत्वपूर्ण कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जिसमें से 468 करोड़ रुपये प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से पहले ही हस्तांतरित किए जा चुके हैं।
दुग्ध उत्पादकों की मदद के लिए 5 रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी शुरू की गई है, जबकि 864 रुपये प्रति किलोग्राम वसा का औसत मूल्य सुनिश्चित किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि किसान और पशुपालक खाद्य एवं पोषण उत्पादन की रीढ़ हैं।
सरकार ने किसानों को सशक्त बनाने के लिये ‘किसान सम्मान निधि’ की राशि को 6,000 रुपये से बढ़ाकर 9,000 रुपये कर दिया है। इसके अलावा, गोपाल क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है और 33 हजार से अधिक दुग्ध उत्पादकों को 3 लाख रुपये का बीमा कवरेज प्रदान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि गौ संरक्षण एवं संवर्धन योजनाओं के अंतर्गत 2,791 करोड़ रुपये का अनुदान आवंटित किया गया है। प्रत्येक पंजीकृत गौशाला को प्रति गाय प्रतिदिन 50 रुपये और छोटे बछड़ों के लिए 25 रुपये की सहायता दी जाती है। नंदीशाला सहयोग योजना के अंतर्गत, पंचायत स्तर पर बुनियादी ढाँचे के विकास के लिए 62 करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए हैं।