मंत्रिमंडल ने एक हजार पांच सौ सात करोड़ रुपए की अनुमानित लागत पर राजस्थान के कोटा-बूंदी में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे के विकास की मंजूरी दी है। इस परियोजना में अत्यधिक व्यस्त समय में एक हजार यात्रियों को संभालने से संबंधित बीस हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र वाले टर्मिनल भवन का निर्माण शामिल है। कोटा को राजस्थान की औद्योगिक राजधानी माना जाता है। कोटा को राजस्थान के शैक्षणिक कोचिंग केन्द्र के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।
शैक्षणिक और औद्योगिक क्षेत्र में कोटा का वर्चस्व ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे को एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना बनाता है। इसका उद्देश्य इस क्षेत्र में अनुमानित यातायात वृद्धि की समस्या का प्रबंधन करना है। नई दिल्ली में आज दोपहर बाद संवाददाताओं से बातचीत में सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मंत्रिमंडल ने आठ हजार तीन सौ सात करोड़ रुपए से अधिक की लागत पर ओडिशा में छह मार्ग से जुडे राजधानी क्षेत्र नियंत्रित रिंग रोड़ के निर्माण की भी मंजूरी दी है। भुवनेश्वर बाईपास ओडिशा को महत्वपूर्ण सुविधा प्रदान करेगा। यह बाईपास कटक, भुवनेश्वर और खोरधा शहरों से भारी वाणिज्यिक वाहनों के मार्ग परिवर्तित करके अन्य पूर्वी राज्यों को भी सुविधा प्रधान करेगा। यह इस क्षेत्र में माल ढुलाई की क्षमता को बढाएगा। इससे लॉजिस्टिक लागत कम होगी और सम-आर्थिक विकास को बढावा मिलेगा। यह बाईपास मुख्य धार्मिक और आर्थिक केन्द्रों के बीच क्षेत्रीय आर्थिक विकास और कनेक्टिविटी को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे व्यापार और औद्योगिक विकास के लिए नये द्वार खुलेंगे।