राजस्थान सरकार ने औषधि नियंत्रक राजाराम शर्मा को निलंबित कर दिया है और केसन फार्मा द्वारा आपूर्ति की गई सभी 19 दवाओं का वितरण रोक दिया है। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के तहत वितरित कफ सिरप के सेवन से कथित तौर पर दो बच्चों की मौत और कई अन्य के बीमार पड़ने के बाद की गई।
स्वास्थ्य विभाग ने गुणवत्ता नियंत्रण में खामियों का हवाला दिया। कई बैचों के गुणवत्ता परीक्षण में विफल होने के बाद, राज्य ने सभी निर्माताओं से डेक्सट्रोमेथोर्फन युक्त कफ सिरप की आपूर्ति पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड के अनुसार, 2012 से केसन फार्मा की दवाओं के 10 हजार 119 नमूनों की जाँच की गई है, जिनमें से 42 घटिया पाए गए। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने इस मामले की विस्तृत जाँच के आदेश दिए हैं। यह जाँच करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया जा रहा है कि दवाएँ मौजूदा जाँचों में कैसे पास हुईं और गुणवत्ता आश्वासन प्रक्रिया में क्या खामियाँ हुईं।