रांची में ट्रांसफॉर्मर लोड घटाने के लिए 800 अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाए जाएंगे। वहीं शहर में 548 करोड़ रुपए की लागत से चार हजार किलोमीटर खुले बिजली की तारों की जगह कवर्ड तार लगाए जाएंगे। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के जीएम पीके श्रीवास्तव ने बताया कि एबी केबल लगाने से उपभोक्ताओं को सबसे अधिक राहत मिलेगी।
सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से भी कवर्ड वायर बेहतर होता है। जेबीवीएनएल बिजली घाटा कम करने के उद्देश्य से प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का भी काम कर रहा है।