रवांडा समर्थित एम-23 विद्रोही गुट ने मानवता के आधार पर पूर्वी कांगो में एकतरफा संघर्ष विराम की घोषणा कर दी है। पिछले सप्ताह कांगो के सुरक्षा बलों और विद्रोहियों के बीच भीषण खून-खराबे में सैकड़ों लोगों की मृत्यु के बाद कल लड़ाई रोकने की घोषणा की गई। लंबे समय से जातीय तनाव और टकराव के कारण चल रही हिंसा के दौरान विद्रोहियों ने गोमा इलाके पर कब्जा कर लिया था और वे बुकावु की ओर बढ़ रहे थे।
विद्रोही गुट ने अब स्पष्ट कर दिया है कि बुकावु पर कब्जे का उनका कोई इरादा नहीं है। हिंसा को देखते हुए केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो सहित कई क्षेत्रीय नेता कांगो और रवांडा के राष्ट्रपतियों के बीच शिखर वार्ता कराने की योजना बना रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, विद्रोहियों के कब्जे वाले गोमा में पांच दिनों तक चली भीषण लड़ाई के बाद शुक्रवार को वहां की सड़कों पर 900 से अधिक शव बरामद किए गए। इस युद्ध में लगभग 2 हजार 900 लोग घायल हो गए। कांगो की सरकार ने फिलहाल संघर्ष विराम पर कोई टिप्पणी नहीं की है।