रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश के रक्षा बलों के शीर्ष कमांडरों से रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल-हमास संघर्ष और बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करने और अप्रत्याशित घटनाओं से निपटने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। रक्षा मंत्री ने शीर्ष स्तरीय सैन्य नेतृत्व बैठक के दूसरे और अंतिम दिन लखनऊ में प्रथम संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है और शांति बनाए रखने के लिए सशस्त्र बलों को युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। रक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय हितों की रक्षा और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में सशस्त्र बलों के अमूल्य योगदान की सराहना की। साथ ही तीनों सेनाओं के बीच संयुक्तता और एकीकरण को आगे बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। रक्षा मंत्री ने अंतरिक्ष और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध में क्षमता विकास पर जोर दिया। उन्होंने सैन्य नेतृत्व से डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकी प्रगति के उपयोग को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने का भी आग्रह किया। सम्मेलन में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख भी शामिल हुए।
Site Admin | सितम्बर 5, 2024 8:54 अपराह्न
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश के रक्षा बलों से अप्रत्याशित घटनाओं से निपटने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया
